रूस और यूक्रेन युद्ध ,तीसरा विश्व युद्ध की तरफ,

नयी दिल्ली ,24 फरवरी 2022 ,रूस और यूक्रेन का वॉर शुरू हो गया है ,रूस के राष्ट्रपति पुतिन द्वारा सैन्य कार्रवाई के आदेश के बाद यूक्रेन में घुसी रूस की थल सेना और यूक्रेन पर ताबड़तोड़ मिसाइल हमले शुरू कर दिए हैं। इस हमले में कम से कम 50 लोगों की मरे गए है। मारे गए लोगो में 10 आम नागरिकों है। वही यूक्रेन ने भी रूस के 50 सैनिक मारने की बात कही है।रूस से राजनयिक संबंध तोड़ दिए गये है,यहाँ बात यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडाइमिर जेलेंस्की ने कही।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट को लेकर उच्चस्तरीय कैबिनेट बैठक के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। इसमें उन्होंने पुतिन से अपील की कि यूक्रेन संकट का हल बातचीत से निकाला जाए। राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के संबंध में हाल के घटनाक्रम पर प्रधानमंत्री मोदी को अवगत कराया। पीएम ने अपने लंबे समय से चले आ रहे विश्वास को दोहराते हुए कहा कि रूस और नाटो के बीच मतभेद केवल ईमानदार बातचीत से ही सुलझाए जा सकते हैं। पीएमओ के मुताबिक, पीएम मोदी ने पुतिन से हिंसा और तनाव को तत्काल बंद करने की अपील की। उन्होंने राजनयिक वार्ता के रास्ते पर लौटने के लिए सभी पक्षों से कोशिश करने का आह्वान किया।

पीएमओ के मुताबिक, इस दौरान पीएम ने यूक्रेन में भारतीय नागरिकों खासकर छात्रों की सुरक्षा के बारे में भारत की चिंताओं के बारे में भी पुतिन से चर्चा की। पीएम ने पुतिन से कहा कि भारत उनकी सुरक्षित निकासी और भारत लौटने को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने सहमति व्यक्त की कि उनके अधिकारी और राजनयिक दल सामयिक हितों के मुद्दों पर नियमित संपर्क बनाए रखेंगे।

आइये बताते चले कि 25 दिसंबर 1991 को सोवियत संघ टूटा और इससे अलग होकर 15 नए देश खड़े हुए । यह 15 देश थे- यूक्रेन, आर्मीनिया, अजरबैजान, बेलारूस, इस्टोनिया, जॉर्जिया, कजाकिस्तान, कीर्गिस्तान, लातविया, लिथुआनिया, मालदोवा, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान।
इन देशो ने धीरे-धीरे नाटो की सदस्य्ता लेने का प्रयास करते रहे । 2004 में इस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया नाटो में आ गए।2008 में जॉर्जिया और यूक्रेन के भाग को रूस ने कब्ज़े में ले लिया था। @फोर्थ इंडिया न्यूज़ टीम.

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